तुम मुझसे प्यार करो न करो तुम्हारी मर्ज़ी पर तमाम उम्र दोस्त बन कर वफ़ादार रहो .... तुम मुझसे प्यार करो न करो तुम्हारी मर्ज़ी पर तमाम उम्र दोस्त बन कर वफ़ादार रहो ....
ये देश मेरा भी तो है, फिर अकेले चलने में, आखिर ये डर क्यों ? ये देश मेरा भी तो है, फिर अकेले चलने में, आखिर ये डर क्यों ?
इन यादों से बचपन की इन बातों से सीखा जीवन 'साकेत' अब भी ढूँढा करता वो बचपन और चार यार इन यादों से बचपन की इन बातों से सीखा जीवन 'साकेत' अब भी ढूँढा करता वो बचपन और...
सभी ने आने की हामी भरी शाम छह बजे मिली दोस्तों की मंडली सभी ने आने की हामी भरी शाम छह बजे मिली दोस्तों की मंडली
याद उसी की भूल न पाया मैं यूं ही दिल पे चलता कोई भी जोर नहीं है याद उसी की भूल न पाया मैं यूं ही दिल पे चलता कोई भी जोर नहीं है
ना दो मगर कोई बिन मांगी सलाह उधार। ना दो मगर कोई बिन मांगी सलाह उधार।